“अपठित” का अर्थ है - जो पढ़ा न गया हो l किसी लेख, कहानी या निबंध का वह अंश जिसको हमने अपनी पाठ्य-पुस्तक में पढ़ा न हो, “अपठित गद्यांश” कहलाता है 1 l
अपठित गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर लिखने के अभ्यास से भाषा पर पकड़ मज़बूत होती है l
यह पाठ हमें महत्वपूर्ण जानकारी देता है। इससे हम किसी भी अपठित गद्यांश को पढ़कर महत्वपूर्ण जानकारी निकालना सीखते हैं। जब हम गद्यांश को ध्यान से पढ़ते हैं, तो उसके मुख्य बिंदुओं को समझ सकते हैं। इससे हमें किसी विषय पर नई बातें जानने में मदद मिलती है। अपठित गद्यांश पढ़ने से हमारी समझने की क्षमता बढ़ती है और हम सवालों के जवाब आसानी से दे सकते हैं। इस तरह से, हम अपनी पढ़ाई में और भी अच्छे बन सकते हैं।
अपठित गद्यांश के प्रश्नों के उत्तर देते वक्त ध्यान रखने योग्य बातें -
नीचे दिए अपठित गद्यांश और दिए गए प्रश्न-उत्तरों को ध्यान से पढ़िए -
किसी तालाब में एक मेंढक रहता था| एक बार वह तालाब के किनारे बैठकर टर्र-टर्र कर रहा था| वहीं पेड़ पर एक कौआ बैठा था| वह मेंढक पर झपटा और उसे पकड़ लिया| मेंढक बोला, “भाई कौए, मेरे शरीर पर कीचड़ लगा है| पहले मुझे धो लो, फिर खाना|” कौआ मेंढक को लेकर तालाब के किनारे गया| वहाँ मेंढक को ज़मीन पर रखकर वह जैसे ही पानी लेने को झुका, मेंढक तुरंत कूदकर तालाब में चला गया| कौआ देखता ही रह गया|
1. तालाब में कौन रहता था ?
उत्तर - तालाब में मेंढक रहता था l
2. मेंढक कैसी आवाज़ निकालता है ?
उत्तर - मेंढक टर्र-टर्र की आवाज़ निकालता है l
3. मेंढक ने अपने आप को बचाने के लिए कौए से क्या कहा ?
उत्तर - मेंढक ने कहा - भाई कौए, मेरे शरीर पर कीचड़ लगा है, मुझे धोकर खाना l
4. समान अर्थ वाले शब्द गद्यांश में से ढूँढ़कर लिखिए |
उत्तर - सरोवर - तालाब तरु - पेड़
कागा - कौआ नीर - पानी
5. इस कहानी से क्या सीख मिलती है ?
उत्तर - मुसीबत में समझदारी से काम लेना चाहिए |
अधिक जानकारी के लिए यह वीडियो देखें l
Vid 2.4 : अपठित गद्यांश 2
Summary:
किसी लेख या कहानी का वह भाग, जिसे हमने अपनी पाठ्यपुस्तक में न पढ़ा हो, “अपठित गद्यांश” कहलाता है l
Extension/Further Reading:
अपठित गद्यांश पाठ्यपुस्तक से नहीं लिया जाता l
प्रश्नपत्र में दिए हुए अपठित अंश से कुछ प्रश्न पूछे जाते हैंl
अपठित का शीर्षक लिखने का भी निर्देश होता है l
शीर्षक कम से कम शब्दों में लिखा जाता है l